विटामिन डी से दूर होगी दिल की बीमार
भारत में 50 प्रतिशत लोग दिल की बीमारी के शिकार होते है लेकिन अगर सही टाइम पर विटामिन डी का प्रयोग किया जाए तो आपके लिए इससे अच्छा रामबाण इलाज हो ही नही सकता। नए शोध के अनुसार विटामिन डी की कमी से जूझ रहे मोटापे से पीडि़त वयस्कों को इसकी उच्च खुराक देने से धमनी की कठोरता में कमी लाई जा सकती है। यह हृदय रोग की बड़ी वजह मानी जाती है जिस रोग में मौत निशिचत होती है। आपको बता दें कि इससे 2015 में दुनियाभर में 1.77 करोड़ लोगों की मौत हो गई थी।
विटामिन डी की कमी से हमारे शरीर में कई चीजों की पूर्ती होती है ।जिनमें विटामिन डी अंडे के पीले भाग, मछली के तेल, मक्खन, दूध और धूप सेंकने से प्राप्त किया जा सकता है। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए जरूरी है कि प्रतिदिन सुबह-सुबह धूप सेंकी जाए। इतना ही नहीं विटामिन डी से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी शरीर की भीतरी कमजोरी को दूर किया जा सकता है।
इसके अलावा अमेरिका की अगस्ता यूनिवर्सिटी के हृदय रोग विशेषज्ञ यानबिन डोंग ने कहा कि धमनी की दीवारों का कड़ा होना और विटामिन डी की कमी का हृदय रोग में योगदान हो सकता है। नतीजों से जाहिर हुआ है कि चार माह तक विटामिन डी की 4,000 इंटरनेशनल यूनिट आइयू की उच्च खुराक देने से धमनी के कड़ेपन में 10.4 फीसद तक की कमी लाई जा सकती है। फिलहाल वयस्कों और बच्चों को रोजाना 600 आइयू की खुराक देने की सलाह दी जाती है।