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मनोरंजन | पर्दे पर आते ही छा गया टाइगर-3, सलमान की फिल्म में क्या है खास ?
पर्दे पर आते ही छा गया टाइगर-3, सलमान की फिल्म में क्या है खास ?
सलमान खान, कैटरीना कैफ के साथ ‘टाइगर 3’ के रूप में दर्शकों के लिए दीवाली का तोहफा लेकर आए हैं. हिंदुस्तानी जासूस टाइगर और पाकिस्तानी जासूस रहीं जोया की ये कहानी दर्शकों को 2 बार खूब एंटरटेन कर चुकी है. अब तीसरी किस्त में टाइगर और जोया से भिड़ने इमरान हाशमी आए हैं. यश राज प्रोडक्शन के स्पाई यूनीवर्स की ये सबसे सुपरहिट फ्रेंचाइजी रही है.
सबसे पहले फिल्म की कहानी की बात करें तो हमें पता ही है कि भारत के जासूस टाइगर (सलमान खान) की बीवी जोया (कैटरीना कैफ) पहले एक पाकिस्तानी एजेंट थी। दोनों की शादी के बाद एक बेटा भी है. इस बार टाइगर का दुश्मन है पाकिस्तानी आईएसआई का पुराना चीफ आतिश रहमान (इमरान हाशमी) जो पाकिस्तान की वजीर-ए-आजम यानी पीएम को हटा डेमोक्रेसी को खत्म करके तानाशाही लाना चाहता है और खुद पाकिस्तान का पीएम बनना चाहता है. अपने इस मंसूबे को पूरा करने के लिए वो टाइगर और जोया का इस्तेमाल करता है. लेकिन अब टाइगर पाकिस्तान की पीएम पर होने वाले इस हमले को बचाने में लगा है. यानी हर बार अपने देश को बचाने वाला टाइगर इस बार आपको अपना ससुराल बचाते हुए नजर आएगा.
‘टाइगर’ फ्रेंचाइजी के लिए लोगों में खासा एक्साइटमेंट है, लोगों को इस फिल्म का खूब इंतजार रहा है. कहानी का फर्स्ट हाफ काफी ढीला है. पंच कम हैं और ज्यादा टाइम एक्शन में ही निकाला गया है. फर्स्ट हाफ काफी बोरिंग हो गया है, साथ ही इंटरवेल का पॉइंट भी ऐसा नहीं है जो चौंका दे.
‘टाइगर 3’ अपनी पहली दोनों फिल्मों से ढीली साबित हुई है. हालांकि इसमें स्पाई थ्रिलर वाले एलीमेंट्स मौजूद हैं, पर अगर कहानी पर थोड़ा काम किया जाता तो ये एक और बढ़िया फिल्म साबित हो सकती थी.
कहानी की स्पीड और थ्रिलिंग पॉइंट दोनों सेंकड हाफ के लिए रखे गए हैं. जब सलमान खान बुरी तरह फंसते हैं, तब फिल्म में एंट्री होती है शाहरुख खान की जो काफी मजेदार रही है. शाहरुख की एंट्री फिल्म का सबसे हाई पॉइंट है.
जितना काम कहानी पर किया जाना चाहिए था, वो बिलकुल नहीं किया गया है. कैटरीना की जबरदस्त फाइटिंग और सलमान खान के स्वैग के साथ-साथ इस बार फिल्म में ‘पठान’ शाहरुख भी आते हैं, फिर भी निर्देशक मनीष शर्मा ने कहानी के ढीलेपन पर कोई काम नहीं किया है. पहली फिल्म को कबीर खान ने और दूसरी फिल्म को अली अब्बाज जफर ने निर्देशित किया था और दोनों ही फिल्मों के प्लॉट में कहानी पर पूरा ध्यान दिया गया था.
फिल्म के हाई पॉइंट्स हैं, शाहरुख खान की एंट्री और कैटरीना का जबरदस्त एक्शन. साथ ही, सभी कलाकारों की एक्टिंग. सलमान खान ने भी खूब एक्शन किया है, पर भाईजान के एक्शन में नया अंदाज कम देखने को मिला है. हालांकि सलमान जैसा स्वैग पर्दे पर कोई नहीं दिखा सकता. फिल्म में एक्शन और चेज सीक्वेंस काफी रखे गए हैं और अगर आप एक्शन फिल्मों को पसंद करते हैं, तो ये सब आपको पसंद आएगा. फिल्म कमजोर इसलिए पड़ जाती है, क्योंकि विलेन के तौर पर इमरान हाशमी पर्दे पर वो खौफ पैदा नहीं कर पाए हैं, जिसकी वजह से 2-2 मुल्कों के एजेंट्स काम पर लग जाएं. साथ ही, कहानी में इस बार खतरे में पाकिस्तान है, तो दर्शकों के लिए वो एक्साइटमेंट होता ही नहीं है जो अपने देश को बचाने पर फील होता है.