होम |
दुनिया | आर्थिक संकट से बदहाल पाकिस्तान, जनता से चाय पीने का अधिकार भी छीन रही सरकार !
आर्थिक संकट से बदहाल पाकिस्तान, जनता से चाय पीने का अधिकार भी छीन रही सरकार !
पड़ोसी देश पाकिस्तान बुरे आर्थिक संकट के दौर से गुज़र रहा है। और हालात इतने बुरे हैं कि पाकिस्तान के लोगों के साथ कुछ भी ठीक होता नजर नहीं आ रहा। भारत पर टीका टिप्पणी करने वाला पाकिस्तान इतना बदहाल हो चुका है कि पाकिस्तानी सरकार ने देशवासियों का चाय पीना तक दुश्वार कर दिया है। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार ऐसे-ऐसे फैसले ले रही है जो लोगों को हजम नहीं हो रहा।
आर्थिक संकट में फंसा पाकिस्तान इससे बाहर निकलने के लिए कुछ भी करने को तैयार है, लेकिन सरकार के पास ठोस प्लानिंग का अभाव है। अब पाक सरकार के एक मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वो रोज 1-2 कप चाय कम पिएं। हताश और परेशान सरकार इस वजह से ऐसे-ऐसे फैसले भी ले रही है, जो न सिर्फ लोगों को चुभ रहे हैं बल्कि मीडिया में भी सुर्खियों में रह रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान के एक संघीय मंत्री अहसान इकबाल ने देश की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए नागरिकों से चाय की खपत में कटौती करने का आग्रह किया है। मंत्री का तर्क है कि इससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी।
आयात में होने वाले खर्च में कटौती की कोशिश
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, योजना विकास और विशेष प्रोत्साहन के संघीय मंत्री अहसान इकबाल ने कहा कि, "मैं देश की अर्थव्यवस्था को बचाने के प्रयास में लोगों से 1-2 कप चाय कम करने की अपील करूंगा।" उन्होंने कहा कि, "एक दिन में 1-2 कप चाय कम पीने से पाकिस्तान के अधिक आयात बिल में कटौती होगी। क्योंकि अभी हम कर्ज पर चाय का आयात कर रहे हैं।" उन्होंने सुझाव दिया कि व्यापारी भी बिजली बचाने के लिए 8:30 बजे तक अपनी दुकान व शोरूम को बंद कर सकते हैं।
चाय पर ये है पाकिस्तान की स्थिति
आपको बता दें कि चाय के मामले में पाकिस्तान दुनिया के सबसे बड़े आयातक में से एक है। उसने पिछले साल 600 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की चाय की खरीदारी की थी। पाकिस्तान सबसे ज्यादा चाय केन्या से मंगाता है। इसे मंगाने के लिए उसे विदेशी मुद्रा की जरूरत पड़ती है, और जो उसके पास अब बहुत कम बची है। विदेशी मुद्रा कंट्रोल करने के लिए ही पाकिस्तान ने कई चीजों के आय़ात पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं, इन सबके बीच चाय पीने को कम करने के अनुरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, कई लोगों को संदेह है कि सरकार इस पर भी प्रतिबंध लगा सकती है।
पाकिस्तान के पास अब बहुत कम विदेशी मुद्रा भंडार बचा है....बता दें कि पाकिस्तान लगातार आर्थिक संकट से गुजर रहा है। उसके पास विदेशी मुद्रा मंडार कुछ महीनों के लिए ही बचा है। उस पर दिवालिया होने का खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार फरवरी में लगभग 16 बिलियन डॉलर था, जो जून के पहले सप्ताह में करीब 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। पाकिस्तान की सरकार लगातार कर्ज के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक उसे राहत नहीं मिल पाई है।