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क्राइम | माफिया अतीक के खानदान में दो फाड़, दौलत पर कब्जे की जंग शुरू
माफिया अतीक के खानदान में दो फाड़, दौलत पर कब्जे की जंग शुरू
प्रयागराज के माफिया डान अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के करीब डेढ़ महीने बीच चुके हैं। इस बीच अतीक का पूरा परिवार बिखर चुका है। अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन अभी तक फरार है और उसके सभी बेटे या तो जेल में हैं या सुधार गृह में। पुलिस अतीक की बीवी शाइस्ता, अशरफ की बीवी जैनब, बहन को तलाश रही है। ऐसे में अतीक की अरबों रुपये की बेनामी संपत्ति को लेकर खानदान में झगड़ा शुरू हो गया है। बताते हैं कि अतीक के परिवार पर पुलिस के भारी दबाव के चलते उनको पैसों की सख्त जरूरत पड़ रही है और इसलिए जिन लोगों के पास अतीक का बेनामी पैसा पड़ा है, उसकी वसूली की कोशिश तेज हो गई है। तो सवाल उठता है कि अब अतीक का गैंग कौन संभाल रहा है और पुलिस से बचकर बेनामी संपत्ति कैसे वसूली जाएगी। तो आइये आपको तफसील से पूरी कहानी समझाते हैं।
जब तक अतीक अहमद जिन्दा था, उसके खौफ से ही खानदान तक पैसा पहुंचता रहता था। बताते हैं कि अतीक ने हजारों करोड़ रुपये कई इनवेस्टर्स को दे रखे हैं, किसी ने प्रॉ़पर्टी में तो किसी ने दूसरे कारोबार में निवेश कर रखा है। अतीक की मौत के बाद ऐसे इनवेस्टर्स को लग रहा था कि अब पैसा लौटाना नहीं पड़ेगा। लेकिन अचानक उनके पास फोन पहुंचने लगे। बताया गया कि कोई जेडएफ-56 गैंग धमका रहा है। इनवेस्टर .ये सोचकर परेशान हो रहे हैं कि अतीक के गैंग का नाम तो आईएस-227 था, तो फिर ये नया गैंग कौन आ गया। सूत्रों के मुताबिक ये नया गैंग अतीक के भाई अशरफ की बीवी जैनब ने बनाया है। इसमें उसका साथ जैनब का भाई सद्दाम दे रहा है। हाल के दिनों में पुलिस ने जो कॉल रिकॉर्ड की हैं, उसमें गैंग कोड जेडएफ-56 का नाम लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एक-दूसरे को धमकी देने और संपत्तियों पर कब्जे के दौरान जेडएफ-56 का नाम खूब लिया जा रहा है। जैनब और सद्दाम की ओर से किए जा रहे इन कॉल्स में बताया जा रहा है कि अब अतीक का पूरा गैंग उनके साथ आ चुका है। सारे शूटर्स उनके कहने पर काम कर रहे हैं, इसलिए पैसा पहुंचता रहना चाहिए।
अशरफ के करीबियों का दावा है कि जेडएफ-56 गैंग की कमान जैनब फातिमा के हाथ में है।
तो क्या जैनब के इस कदम से अतीक की बीवी शाइस्ता और बेटों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। बताते हैं कि चूंकि शाइस्ता पर पुलिस का काफी दबाव है, इसलिए वो चाहकर भी जैनब को रोक नहीं पा रही है। अतीक-अशरफ, उनके परिवार और गैंग सदस्यों की नामी-बेनामी संपत्तियों पर काबिज होने की जद्दोजहद से अतीक के आईएस-227 गैंग में दो फाड़ के हालात हैं। खासकर करोड़ों की जमीन, मकान जो पुलिस और किसी अन्य की निगाह में नहीं हैं उन्हें अपना बनाने को लेकर गैंगवार छिड़ने की नौबत है। यहां तक की अतीक गैंग के सक्रिय सदस्य जो जेलों में बंद हैं वहां से अपने गुर्गों को लेकर कब्जे की लड़ाई लड़ रहे हैं। अतीक के कई शूटर मौका देखते ही जैनब के साथ मिल गए हैं। यहां तक कि अतीक-अशरफ की बहन आयशा
नूरी भी अब जैनब फातिमा के साथ ही है। वही उसके छुपने का इंतजाम करती है। इतना ही नहीं ये सवाल भी उठ रहा है कि एक ओर पुलिस शाइस्ता पर जबरदस्त सख्ती कर रही है और उधर जैनब पर पुलिस का ज़्यादा ध्यान नहीं है। शाइस्ता पर पचास हजार का इनाम घोषित है, जबकि जैनब पर कोई ईनाम नहीं। पुलिस अब तक उस तक पहुंचने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास करती भी नहीं दिख रही है। पुलिस को उमेश पाल मर्डर केस की जांच के दौरान जैनब के खिलाफ कई सबूत मिले हैं। इस कारण उसकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। लेकिन उसको जो राहत दी जा रही है, उसे भी एक रणनीति के तहत देखा जा रहा है।
बताते हैं कि जैनब फातिमा पहले से ही गैंग के काम में दिलचस्पी लेती थी, इसलिए उसे धंधे की पूरी जानकारी है। इसलिए उसने गैंग की कमान अपने हाथ में ले ली है। बताते हैं कि जैनब का भाई सद्दाम खुद सरगना बनना चाहता है और इसके लिए उसने अतीक के गैंग आईएस- 227 को अपने साथ मिलाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। सद्दाम इस समय बेनामी मकानों और प्लाट पर अपने लोगों को कब्जा करवा रहा है। इस तरह खानदान में दो गुट तैयार होने से एक और गैंगवार की तैयारी हो चुकी है।
अतीक गैंग में वर्चस्व की लड़ाई शुरू होने का खुलासा फोन कॉल डिटेल से हुआ है। पुलिस और एसटीएफ ने उमेश पाल मर्डर केस और फिर अतीक-अशरफ मर्डर के बाद से लगातार गैंग से जुड़े सदस्यों के मोबाइल को सर्विलांस पर लिया हुआ है। फोन कॉल इंटरसेप्ट किए जाने के दौरान अतीक गैंग के सदस्यों के बीच गैंगवार शुरू होने संबंधी सूचनाएं सामने आई हैं। अतीक के काले कारोबार से लेकर अपराधिक घटनाओं तक और फिर मौत तक साथ-साथ चलने वाले अतीक-अशरफ के परिवार में फूट पड़ती दिख रही है। गुर्गे भी अब अपनी अलग दिशा पकड़ रहे हैं।
यूपी पुलिस और एसटीएफ उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, बहन आयशा नूरी और अशरफ पत्नी जैनब फातिमा की तलाश में लगातार छापे मार रही है। इस क्रम में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पता चला है कि जैनब और आयशा एक साथ हैं। हटवा में छापेमारी के दौरान एक महिला से पूछताछ में दोनों के बारे में जानकारी सामने आई है। हटवा और मरियाडीह में कई बार छापे मारे हैं। महिलाओं को तलाश के लिए पुलिस ने मुखबिरों की टीम लगाई है। लोकेशन मिलने पर छापेमारी की तैयारी की जा रही है। पुलिस को ये भी लगता है कि अगर दोनों गुट दौलत पर कब्जे को लेकर लड़ मड़कर खत्म हो जाएं तो उनका काम आसान हो जाए। इसके बाद पुलिस को ये भी चिन्ता है कि कहीं जैनब फातिमा का गैंग, शाइस्ता परवीन को ठिकाने न लगा दे, ताकि कभी भी वो दौलत पर दावा न ठोक सके। अगर ऐसा हुआ तो फिर ये गैंगवार संभालना पुलिस के लिए भारी पड़ जाएगा।