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सेहत | शुगर के मरीजों के लिए रामबाण हैं गुड़मार की पत्तियां
शुगर के मरीजों के लिए रामबाण हैं गुड़मार की पत्तियां
शुगर यानि डायबिटीज आज के समय में एक आम समस्या बन गई है। हर घर में कोई न कोई सदस्य इससे ग्रसित है। आमतौर पर लोग शुगर होने पर दवाई का इस्तेमाल करते हैं।
अब तक आपने शुगर कंट्रोल के लिए तरह तरह की दवाईंयों के बारे में सुना होगा । तरह तरह के परहेज के बारे में सुना होगा लेकिन आज आपको एक ऐसा तरीका बताने वाले हैं जिससे आप खुद-ब-खुद मीठा खाना भूल जाएंगे। क्योंकि अक्सर लोग मीठे के आगे घुटने टेक ही देते हैं। तो शुगर कम करने के लिए गुड़मार का सेवन करें। जी हां यह एक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग शुगर से लेकर मलेरिया तक के इलाज में किया जाता है। साथ ही इसका इस्तेमाल सांप के काटने में भी किया जाता है। ये पत्ती है जो गुड़ की तरह मीठी, लेकिन शुगर के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। गुड़मार देश के मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों के उष्णकटिबंधीय जंगलों में बेतादाद उगने वाला एक औषधीय पौधा है। गुड़मार का सेवन करने के बाद लगभग एक घंटे के लिए किसी भी मीठी चीज का स्वाद गायब हो जाता है। इसे खाने के बाद व्यक्ति को गुड़ या चीनी की मिठास का अहसास तक नहीं होता है। इसलिए शुगर में इसका सेवन करना अच्छा माना जाता है।
शुगर में इसका सेवन विशेष रूप से फायदेमंद इसलिए भी माना जाता है क्योंकि जब कोई व्यक्ति गुड़मार का सेवन करता है तो उसकी चीनी या मीठा भोजन खाने की इच्छा कम हो जाती है। जब मीठे भोजन या पेय से पहले गुड़मार का सेवन किया जाता है, तो यह आपके टेस्ट बड यानि (स्वाद ग्रंथी) पर शुगर रिसेप्टर्स को ब्लॉक कर देता है। ऐसे लोगों को मीठा खाना पसंद नहीं आता और ऐसे में वे धीरे-धीरे मीठी चीजों का सेवन कम कर देते हैं।इसके अलावा गुड़मार इंसुलिन के स्राव और सेल रीजनरेशन में भी योगदान देता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल आसानी से संतुलित हो जाता है।
अब आप जान लीजिए कि इसका सेवन कैसे करना है? गुड़मार का सेवन आप कई तरीकों से कर सकते हैं। रोजाना खाली पेट गुड़मार के पत्तों को चबाएं और फिर दिन की शुरुआत एक गिलास पानी पीकर करें। गुड़मार बाजार में लिक्विड और पाउडर के रूप में भी उपलब्ध है। आप आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सलाह पर भी इसका सेवन कर सकते हैं। और अगर इसकी पत्तियां आपको उपलब्ध हो जाएं तो ये सबसे बेहतरीन तरीका है शुगर कंट्रोल का। लेकिन हां– इसके सेवन से पहले एक बार डॉक्टर की राय जरूर ले लें।