सोमवार, 27 मार्च 2023 | 12:08 IST
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फिल्म समीक्षा-ब्रह्मास्त्र - 'बॉयक़ॉट' की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी !


बॉयक़ॉट ट्रेन्ड के बीच आखिरकार रिलीज हो गई रणबीर कपूर की ब्रह्मास्त्र। बॉयकॉट का असर पहले दिन तो नहीं दिखा, लेकिन 
फिल्म को देखकर आगे शर्तियां दिखेगा- या यूं कहें कि बॉयकॉट की जरूरत ही शायद न पड़े, समझ लीजिए क्यों। इसका कारण है इस फिल्म को देखकर जो लोग बाहर आए हैं, उन्होंने बहुत ही एवरेज रिव्यू दिए हैं। कहने का मतलब ये है कि ज़्यादातर लोगों को मूवी पसंद नहीं आई है। फिल्म के वीएफएक्स, कैमरा सेटअप, एक्टिंग और सिनेमैटोग्राफी पर काफी ध्यान दिया गया है,लेकिन फिल्म का प्रजेन्टेशन बहुत ही खराब है। सब कुछ गड्मड्ड है। 
400करोड़ की लागत से तीन फिल्मों की सीरीज की पहली फिल्म ब्रह्मास्त्र को लोगों ने एवरेज क्यों माना, इसे समझ लीजिए।
ब्रह्मास्त्र' की रिलीज के बाद यूजर्स ने सोशल मीडिया पर मीम्स का सैलाब ला दिया है। कई यूजर्स इस फिल्म को फ्लॉप बता रहे हैं। हिंदी के अलावा तमिल तेलुगू और कन्नड़ में रिलीज ये फिल्म  दर्शकों के खास पसंद नहीं आ रही है।
फिल्म क्रिटिक्स उमैर संधू ने फिल्म देखने के बाद ट्वीट में लिखा है, 'ब्रह्मास्त्र में रणबीर कपूर काफी कन्फ्यूज लग रहे हैं। उन्हें यह तक नहीं समझ आ रहा है कि चल क्या रहा है। आलिया भट्ट फिल्म में बेहद स्टनिंग लगी हैं, wow। मौनी रॉय खतरनाक लगी हैं, उनका परफॉर्मेंस लाउड है। अमिताभ बच्चन ने फिल्म में गरिमा बनाकर रखा है।'
बताया गया है कि 'ब्रह्मास्त्र' की अडवांस बुकिंग काफी बम्पर हुई है। फिल्म ने पहले दिन के लिए करीब साढ़े 6 करोड़ की एडवांस बुकिंग कर ली थी, इस लिहाज से 25 करोड़ के आसपास की कमाई हो सकती है। लेकिन 400 करोड़ की लागत से बनी फिल्म का आगे भगवान ही मालिक है। 
अब बात करते हैं कहानी की- 
हिंदू धर्म की पौराणिक गाथाओं में ब्रह्मास्त्र वह अस्त्र है जो एक बार चलाए जाने पर लक्ष्य भेद कर ही लौटता है। 
ब्रह्मास्त्र का पहला पार्ट शिवा पर आधारित है जो ऐसा मस्तमौला लड़का है, जिसे पता ही नहीं है कि उसके पास कुछ शक्तियां हैं। जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है शिवा को अपने अस्त्र और ब्रह्मास्त्र की जानकारी मिलती है। बुरी शक्तियां ब्रह्मास्त्र को हासिल करने में लगी हैं। ब्रह्मास्त्र 3 हिस्सों में बंटा है और उसे एक जगह लाकर जोड़ना है। इस बंटे हुए ब्रह्मास्त्र को हासिल करने और उसकी रक्षा करने को लेकर कहानी आगे बढ़ती है। शिवा दूसरे अस्त्रों के मालिकों की मदद करता है और ब्रह्मास्त्र के टुकड़ों की रक्षा करता है। 
 सेकेंड हाफ में शिवा को गुरु जी यानी अमिताभ बच्चन उसके माता-पिता और उनसे जुड़ा एक रहस्य बताते हैं। यहां से कहानी कुछ समझ में आने लगती है। गुरु जी बताते हैं कि ब्रह्मास्त्र को कैसे बचाया जाएगा और इसे बचाने में कितने लोगों को कुर्बानी देनी होगी। अगली कहानी ब्रह्मदेव यानी देव की होने वाली है। इस सरप्राइज को मेकर्स ने पार्ट- 2 के लिए बचाया है। इसकी अगली कड़ी फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र: पार्ट टू देवा’ की घोषणा भी फिल्म के क्लाइमेक्स में की है और जिस मोड़ पर आकर ये कहानी रुकती है, वहां इसके दूसरे भाग को देखने की दिलचस्पी दर्शकों में बनी रहती है।
वैसे एक बात और जान लीजिए कि बॉलीवुड की 
फैंटेंसी फिल्मों का ट्रैक रिकार्ड ज़्यादा अच्छा नहीं रहा है। फिर चाहें 'अजूबा, 'द्रोण', 'नक्शा', 'जजंतरम ममंतरम' जैसी फिल्मों हो, जो दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित नहीं कर पाई थीं। इन फिल्मों को क्रिटिक्स और दर्शकों दोनों ने ही नकार दिया। लेकिन हो सकता है कि अब वीएचएक्स की क्वालिटी सुधर गई है तो कुछ लोगों को ठीक लगे। हमारी सलाह ये है कि अगर आप रणबीर-आलिया के जबरदस्त वाले फैन हैं तो फिल्म जरूर देख लीजिए,लेकिन अगर कंटेंट के फैन हैं तो थोड़ा और इंतजार कीजिए। 

 



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