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देश | घाटी में 70-80 के दशक जैसा माहौल चाहते हैं, सब ठीक रहा तो बिना बंदूक के मिलेंगे-बिपिन रावत
घाटी में 70-80 के दशक जैसा माहौल चाहते हैं, सब ठीक रहा तो बिना बंदूक के मिलेंगे-बिपिन रावत
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने मंगलवार को पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि विरोधी नियंत्रण रेखा (एलओसी) सक्रिय करना चाहता है तो यह उसकी इच्छा है। हर कोई एहतियातन तैनाती करता है। हमें इसके बारे में बहुत चिंतित नहीं होना चाहिए। हम एलओसी पर पाकिस्तान की हर हरकत का जवाब देंगे। जहां तक सेना और अन्य सेवाओं का सवाल है तो हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हम हर चुनौती के लिए तैयार रहते हैं। किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी की स्थिति पर आर्मी चीफ ने कहा कि 70-80 के दशक में लोगों के साथ जो बेहतर माहौल था, हम फिर से वही चाहते हैं। कश्मीर की जनता के साथ हमारा मेल मिलाप मजबूत है। हमें वहां तैनात किया गया था और हम बिना बंदूक के मिलते थे और अगर सब कुछ ठीक रहा, तो हम फिर से बिना बंदूक के मिलेंगे।
गौर हो कि हाल ही में मोदी सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिलने वाला विशेष दर्जा खत्म कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस अनुच्छेद को खत्म करने से इस प्रदेश में आतंकवाद का खात्मा होगा और क्षेत्र विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इस अनुच्छेद से देश को फायदा नहीं था।