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मरने से पहले शरीर देता है ये 5 संकेत. पकड़ लिया तो बच भी सकती है जान
जिन लोगों की मौत बहुत जल्दी ही होने वाली होती है वे सांस लेना काफी कम कर देते हैं. कहा जा सकता है कि वे समय-समय पर ही सांस लेते हैं. आपको ऐसा लगेगा कि उन्होंने अभी सांस ली और फिर कुछ सेकेंड तक सांस ली ही नहीं. कुछ लोगों के सांस लेने और छोड़ने के बीच इतना अंतराल आ जाता है कि परिजनों को अक्सर लगता है कि उन्होंने शरीर छोड़ दिया है.
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शरीर में दर्द रहता है तो फ्री के ये 3 उपाय अपनाओ
देश के 70 फीसदी लोगों में कैल्शियम की कमी होती है, लेकिन वे इसको गंभीरता से नहीं लेते। दरअसल हमारी डाइट और लाइफस्टाइल ऐसा हो गया है कि हम खाने के नाम पर सिर्फ पेट भरते हैं। हमारी डाइट में पोषक तत्वों की कमी होती जा रही है जिसका नतीजा है कि हमें आये दिन कुछ ना कुछ हेल्थ प्रॉब्लम रहती है।
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गठिया, मोटापा दूर करना है तो लेमनग्रास लाओ
मन ग्रास का इस्तेमाल एशियाई व्यंजनों के साथ-साथ पारंपरिक दवाओं में भी व्यापक रूप से किया जा रहा है। लेमनग्रास में कई तरह के कंपाउंड शामिल होते हैं जो विशिष्ट स्वाद सहित कई स्वास्थ्य लाभों में योगदान देते हैं। लेमनग्रास आपके साप्ताहिक आहार में शामिल करने के लिए सबसे फायदेमंद खाद्य पदार्थों में से एक है क्योंकि यह फोलिक एसिड, फोलेट, जिंक, मैग्नीशियम, कॉपर, पोटेशियम, आयरन, फास्फोरस, मैंगनीज, कैल्शियम और विटामिन ए, बी और सी में उच्च है।
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‘वर्ल्ड फूड डे’ पर आज जान लीजिए भोजन से जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बातें, नई रिसर्च हैरान कर देगी
हर साल 16 अक्टूबर को वर्ल्ड फूड डे मनाया जाता है। इसे पहली बार साल 1981 में मनाया गया था। उसके बाद से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य भुखमरी से पीड़ित लोगों को जागरूक करना है। साथ ही पोषण युक्त आहार लेने के फायदे की जानकारी उपलब्ध कराना है। डॉक्टर भी सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार लेने की सलाह देते हैं। इससे शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। इनमें किसी पोषक तत्व की कमी से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके लिए रोजाना संतुलित आहार का सेवन करें। आइए, वर्ल्ड फूड डे का इतिहास और महत्व जानते हैं.
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